संघ का परिचय

प्रांतीय शासकीय राजस्व कर्मचारी संघ, मध्य प्रदेश

प्रांतीय शासकीय राजस्व कर्मचारी संघ, मध्य प्रदेश (पीएसआरकेएस) राज्य के राजस्व विभाग में कार्यरत शासकीय कर्मचारियों का एक प्रमुख प्रतिनिधि संगठन है। इसका उद्देश्य प्रदेश के राजस्व कर्मचारियों के अधिकारों, हितों और कार्य-परिस्थितियों की रक्षा करना एवं उन्हें सशक्त बनाना है। संगठन का गठन राजस्व कर्मचारियों की सेवा-शर्तों में सुधार और उनकी व्यावसायिक उन्नति के समर्थन के लिए किया गया है, ताकि वे प्रदेश की जनता के लिए कुशल और पारदर्शी सेवाएं प्रदान कर सकें।

संघ के उद्देश्य और कार्य:

  • कर्मचारियों के अधिकारों की रक्षा: पीएसआरकेएस राजस्व कर्मचारियों के कानूनी और आर्थिक अधिकारों को बनाए रखने के लिए सदैव सक्रिय रहता है। संघ उनकी समस्याओं का समाधान सुनिश्चित करने के लिए सरकार और प्रशासन के समक्ष उनकी आवाज उठाता है।
  • कार्य-परिस्थितियों में सुधार: संगठन का एक मुख्य उद्देश्य राजस्व कर्मचारियों की कार्य स्थितियों को सुरक्षित और सहयोगात्मक बनाना है, ताकि वे अपने दायित्वों का निर्वहन आसानी से कर सकें।
  • शिक्षा और प्रशिक्षण: संघ राजस्व कर्मचारियों के लिए नवीनतम कार्य-प्रणालियों, प्रौद्योगिकियों और कौशल विकास के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करता है, ताकि उन्हें लगातार अपडेट किया जा सके।
  • पारस्परिक सहयोग और एकता: पीएसआरकेएस कर्मचारियों के बीच एकता और भाईचारे को बढ़ावा देने के लिए कार्य करता है। यह एक ऐसा मंच है, जहां कर्मचारी अपनी समस्याओं और सुझावों को साझा कर सकते हैं और एक-दूसरे के अनुभवों से सीख सकते हैं।

संघ का दृष्टिकोण:

प्रांतीय शासकीय राजस्व कर्मचारी संघ, म.प्र. का उद्देश्य एक ऐसा सामंजस्यपूर्ण वातावरण बनाना है जहां राजस्व कर्मचारी प्रेरणा और समर्पण के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर सकें। संघ अपने सदस्यों को सामाजिक, आर्थिक और व्यावसायिक रूप से सशक्त बनाना चाहता है ताकि वे प्रदेश के विकास में अपना सक्रिय योगदान दे सकें।

संघ ने विभिन्न समयों पर कर्मचारियों के कल्याण के लिए महत्वपूर्ण निर्णयों की अनुशंसा की है और राज्य सरकार के साथ निरंतर संवाद बनाए रखा है। इस प्रकार, प्रांतीय शासकीय राजस्व कर्मचारी संघ एक प्रभावशाली संगठन है जो राजस्व विभाग के कर्मचारियों के सर्वांगीण विकास के प्रति प्रतिबद्ध है।